Mangal Gareh Aur Vivah (Manglik Yog ka Vivahik Jivan me Perbhav) मंगल ग्रह और विवाह (मांगलिक योग का विवाह पर प्रभाव )
Mangal Gareh Aur Vivah (Manglik Yog ka Vivahik Jivan me Perbhav) मंगल ग्रह और विवाह (मांगलिक योग का विवाह पर प्रभाव ) यह आलेख मङ्गलम वैदिक वर्ल्ड ज्योतिष-वास्तु एक्सपर्ट (रत्न एवं रुद्राक्ष सलाहकार) टीम द्वारा मिलकर लिखा गया है। अन्य आलेख पढ़ने लिए ब्लॉग पर बने रहे और नित्य https://astrowapdaily.blogspot.com को विजिट करें और ज्योतिष-वास्तु जानकरी अपडेट रखें। www.astrospeaking.com मङ्गलम वैदिक वर्ल्ड ज्योतिष-वास्तु एक्सपर्ट (रत्न एवं रुद्राक्ष सलाहकार) के अनुसार मंगल ग्रह पृथ्वी का निकटतम पड़ोसी ग्रह है। सौरमंडल में यह सातवाँ सबसे बड़ा ग्रह है। ज्योतिष में मंगल को कालपुरुष का पराक्रम माना गया है। ग्रह मंडल में इन्हें सेनापति का पद प्राप्त है। मंगल पराक्रम, स्फूर्ति साहस, आत्मविश्वास, धैर्य, देश प्रेम, बल, रक्त, दृढ़ता, महत्वाकांक्षा, खतरे उठाने की शक्ति, क्रोध, घृणा, उत्तेजना, झूठ एवम शस्त्र विद्या के अधिपति माने गये हैं। मङ्गलम वैदिक वर्ल्ड ज्योतिष-वास्तु एक्सपर्ट (रत्न एवं रुद्राक्ष सलाहकार) के अनुसार ज्योतिष में मंगल मेष और वृशि...